ढेरों फायदे ब्रेकफास्ट में पोहा शामिल करने के हैं
नई दिल्ली। Poha Health Benefits: सुबह के नाश्ते में कई लोग पोहा खाना पसंद करते हैं। इसकी सबसे अहम दो वजह तो यही हैं कि इसे बनाने में ज्यादा समय नहीं लगता और यह खाने में भी काफी स्वादिष्ट होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह आपकी सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद होता है। पोहे में सेहत के लिहाज से फायदेमंद कई गुण पाए जाते हैं, जिनके बारे में इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले हैं। आइए जानते हैं कैसे पोहा खाना आपकी सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है।
पाचन के लिए फायदेमंद
पोहा खाने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे आपका पाचन बेहतर बनता है। इसमें फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है, जिसकी वजह से कब्ज की समस्या नहीं होती और अगर पहले से है भी तो इससे राहत दिलाने में मदद करता है। इसके अलावा, फाइबर गट हेल्थ के लिए भी काफी फायदेमंद होता है, जिससे गट माइक्रोबायोम बेहतर रहता है। अगर आप पोहे में नींबू निचोड़कर खाना पसंद करते हैं, तब तो यह और फायदेमंद हो सकता है। नींबू के खट्टे स्वाद की वजह से मुंह में स्लाइवा ज्यादा बनता है, जिससे खाना पचाने में मदद मिलती है।
ब्लड शुगर कंट्रोल करता है
पोहा लो ग्लाइसिमिक फूड होता है, यानी इसे खाने से ब्लड शुगर लेवल नहीं बढ़ता, जो डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद हो सकता है। इसका एक कारण यह भी हो सकता है कि इसमें फाइबर होता है, जो शुगर को धीरे-धीरे ब्लड में रिलीज करता है। इसलिए डायबिटीज से बचाव के लिए पोहे को डाइट में शामिल करना फायदेमंद हो सकता है।
एनर्जी मिलती है
पोहा में कार्बोहाइड्रेट्स की मात्रा ज्यादा होती है। इसलिए इसे सुबह नाश्ते में खाने से दिनभर काम करने के लिए ऊर्जा मिलती है। हालांकि, इसे खाते वक्त पोर्शन कंट्रोल पर ध्यान देना जरूरी है।
प्रोटीन मिलता है
पोहा को और पोषक बनाने के लिए इसमें मूंगफली और स्प्राउट्स मिला सकते हैं। इससे आपको प्रोटीन तो मिलेगा ही, साथ ही, पोहे का स्वाद और बेहतर बन जाएगा।
वजन कम करने में मदद
पोहे में फैट की मात्रा 30 प्रतिशत से भी कम होती है। कैलोरी की मात्रा कम होने की वजह से यह वजन कम करने में मदद करता है। हालांकि, इसे सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए, क्योंकि इसमें कार्बोहाइड्रेट्स की मात्रा ज्यादा होती है।
एनीमिया का खतरा कम
पोहा आयरन से भरपूर होता है, जो एनीमिया के खतरे को कम करने में मदद करता है। इसलिए यह एनीमिया के खतरे को कम करने में मदद करता है और एनीमिया के मरीजों के लिए भी फायदेमंद होता है।