पूर्णिया:  बिहार के पूर्णिया के किलपाड़ा गांव में एक घर में एक महिला और उसके तीन बच्चे की लाश मिली थी. शुरूआत में ये मामला सुसाइड का लग रहा था, लेकिन जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई, तो कहानी पूरी तरह बदल गई. वह एक सोची-समझी हत्या थी — और उसमें शामिल थे- महिला का पति और उसका प्रेमी.

छह महीने पहले हुई इस घटना में 30 वर्षीय बबिता कुमारी और उसके तीन मासूम बच्चों — रिया (8 वर्ष), सूरज (5 वर्ष) और सुजीत (3 वर्ष) की फंदे से झूलती लाशें घर में मिली थीं. पति रवि शर्मा ने दावा किया था कि वह गांव के मंदिर में मीटिंग में शामिल था और पत्नी ने फोन कर बार-बार बुलाया, जिस पर उसने उसे डांट दिया. बाद में घर लौटने पर वह पत्नी और बच्चों को मृत अवस्था में पाया.

इस दावे पर गांव वालों और पुलिस को यकीन हो गया, क्योंकि रवि शर्मा ने मीटिंग में मौजूद होने के पुख्ता सबूत दिए और पड़ोसियों के सामने दरवाजा तोड़कर रोने का नाटक भी किया. पुलिस ने इसे आत्महत्या मानते हुए यूडी (Unnatural Death) केस दर्ज कर मामले को बंद कर दिया.

लेकिन जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई, तो कहानी पूरी तरह बदल गई. रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से गला दबाकर हत्या की बात सामने आई, जिससे पुलिस भी हक्की-बक्की रह गई. मामले की दोबारा जांच शुरू हुई, और महिला के मोबाइल की कॉल डिटेल से पुलिस को नया सुराग मिला.

पूछताछ में प्रेमी ने बताया पूरी कहानी

बबिता का प्रेम-प्रसंग गांव के ही निलेश कुमार से चल रहा था. पूछताछ में निलेश ने बताया कि बबिता उस पर शादी के लिए दबाव बना रही थी, जबकि वह पहले से शादीशुदा था. बबिता अक्सर अपने पति को रास्ते से हटाने की बात करती थी. इससे परेशान होकर निलेश ने सारा राज रवि शर्मा को बता दिया. रवि, जो पहले से बबिता के संबंधों को लेकर शक में था, अपनी पत्नी से नफरत करने लगा.

इसके बाद दोनों ने बबिता को ठिकाने लगाने की साजिश रच डाली. वारदात की रात, दोनों घर में घुसे और पलंग पर सो रही बबिता का गला दबाकर हत्या कर दी. हत्या के दौरान बबिता के पास सो रहे तीनों बच्चे जाग गए और रोने लगे, जिससे डरकर दोनों ने उन्हें भी मार डाला. बाद में सबको फंदे से लटका दिया गया, ताकि मामला आत्महत्या का लगे.

पति ने किया नाटक

हत्या को आत्महत्या का रूप देने के लिए रवि शर्मा ने मंदिर की मीटिंग का बहाना बनाया, वहां अपनी मौजूदगी दर्ज कराई और बार-बार मोबाइल कॉल कर ऐसा नाटक किया मानो पत्नी बार-बार बुला रही हो. घर लौटकर उसने पड़ोसियों के सामने दरवाजा तोड़ने और जोर-जोर से रोने का ड्रामा किया, जिससे सभी को लगा कि बबिता ने गुस्से में आकर आत्महत्या कर ली.

लेकिन सच्चाई पोस्टमार्टम रिपोर्ट के सामने आने के बाद खुल गई. पुलिस ने पति रवि शर्मा और प्रेमी निलेश कुमार दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. रौटा थानाध्यक्ष कुणाल सौरव ने पुष्टि की कि पहले दर्ज यूडी केस को अब हत्या में बदल दिया गया है. गांव के लोग, जो अपनी आंखों से आत्महत्या की कहानी को सच मान बैठे थे, अब स्तब्ध हैं कि जो उन्होंने देखा वह एक खूनी नाटक था.