प्रदेश नगरीय विकास के क्षेत्र में नई ऊँचाइयाँ प्राप्त कर रहा है
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश नगरीय विकास के क्षेत्र में नई ऊँचाइयाँ प्राप्त कर रहा है। इंडिया स्मार्ट सिटीज अवार्ड्स कॉन्टेस्ट-2022 में उत्कृष्ट कार्यों के आधार पर प्रदेश की पाँच स्मार्ट सिटी को विभिन्न श्रेणी में 13 अवार्ड मिले हैं। प्रदेश को बेस्ट स्टेट का अवार्ड मिला है और इन्दौर नेशनल स्मार्ट सिटी अवार्ड में प्रथम स्थान पर है। प्रदेश में 2 हजार 792 अनाधिकृत कॉलोनियों को वैध किया जा रहा है, इससे 35 लाख लोगों को लाभ मिलेगा। इन उपलब्धियों के लिए प्रदेशवासियों को बधाई। आज का दिन एक संकल्प और सपना साकार होने का दिन है। नगरीय विकास की दिशा में आगे बढ़ते हुए भोपाल और इन्दौर में आज हम मेट्रो ट्रेन के संचालन की ओर अग्रसर हो रहे हैं। मुख्यमंत्री चौहान श्यामला हिल्स स्थित स्मार्ट पार्क में मेट्रो ट्रेन के मॉडल कोच के अनावरण समारोह को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मेट्रो ट्रेन केवल भोपाल शहर तक सीमित नहीं रहेगी। इसे भोपाल से मंडीदीप और फिर बैरागढ़ होते हुए सीहोर तक ले जाया जाएगा। मेट्रो ट्रेन का ट्रायल रन इन्दौर और भोपाल में सितम्बर माह में आरंभ हो जाएगा और अप्रैल-मई तक ट्रेन चलने लगेगी। अब भोपाल और इन्दौर मेट्रो रेल सिटी होंगे। मेट्रो ट्रेन से जनता को बहुत सुविधाएँ मिलेंगी। आवागमन का समय बचेगा और सफर भी आरामदायक होगा।
कोरोना की कठिन परिस्थितियों के बाद भी मेट्रो रेल के लिए तेजी से कार्य किया गया
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश बदल रहा है और तेजी से आगे बढ़ रहा है। हमारी पिछली सरकार ने भोपाल औऱ इन्दौर को मेट्रो सिटी बनाने का निर्णय लेकर इस दिशा में काम भी शुरू कर दिया था, लेकिन दूसरी सरकार आने के कारण पंद्रह महीने काम बंद रहा। कोरोना की कठिन परिस्थितियों के बाद भी हमारी सरकार ने भोपाल और इन्दौर में मेट्रो रेल के लिए तेजी से कार्य किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर पौध-रोपण भी किया। कार्यक्रम में भोपाल की महापौर मालती राय, प्रमुख सचिव नगरीय विकास नीरज मंडलोई, प्रबंध संचालक मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन मनीष सिंह जन-प्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
आमजन के अवलोकन के लिये खुला रहेगा मेट्रो ट्रेन कोच
स्मार्ट पार्क में मेट्रो ट्रेन कोच का वास्तविक मॉडल प्रदर्शित किया गया है। अनावरण के बाद मॉडल कोच को बच्चों एवं आमजन के अवलोकन के लिये खोला जायेगा। मेट्रो ट्रेन इस प्रकार के 3 कोच से मिल कर बनती है। भोपाल में 5 किलोमीटर एवं इंदौर में 6 किलोमीटर लम्बाई के मेट्रो ट्रॉयल रन की तैयारी तेजी से की जा रही है। भोपाल में मेट्रो की ऑरेंज एवं ब्लू लाइन निर्माणाधीन है, जिसकी कुल लम्बाई 31 किलोमीटर और लागत 7 हजार करोड़ रूपये है। ऑरेंज लाइन करोंद चौराहा से एम्स तक 17 किलोमीटर और ब्लू लाइन भदभदा चौराहा से रत्नागिरि चौराहा तक 14 किलोमीटर की लम्बाई की है। ऑरेंज लाइन का कार्य तेजी से चल रहा है। इंदौर मेट्रो में येलो लाइन निर्माणाधीन है। इसकी कुल लम्बाई 31 किलोमीटर एवं लागत 7500 करोड़ है।
विश्व की अग्रणी तकनीक और आर्टिफिशियल इंटेलीजेन्स का उपयोग होगा मेट्रो ट्रेन संचालन में
भोपाल-इंदौर मेट्रो को विश्व की अग्रणी तकनीक (ग्रेड ऑफ ऑटोमेशन-4) से संचालित करने के लिये डिजाइन किया गया है, जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलीजेन्स का भी उपयोग किया गया है। इस तकनीक से मेट्रो की सेफ्टी सुनिश्चित करने तथा ऊर्जा संरक्षण में काफी फायदा होगा। प्रत्येक कोच में कुल 8 दरवाजे होंगे। मेट्रो ट्रेन में सीसीटीवी कैमरा प्रणाली, डिस्प्ले यूनिट, एयर कंडीशनिंग(AC) सिस्टम, अत्याधुनिक प्रणाली की लाइटिंग व्यवस्था, आपातकालीन स्थिति में यात्रियों की चालक से बात हो सके, इसके लिए पेसेंजर इमरजेंसी कम्युनिकेशन यूनिट की व्यवस्था होगी। यात्रियों की आग से सुरक्षा के लिये सबसे सुरक्षित स्तर यानी HL-3 लेवल से ट्रेन का डिजाइन तैयार किया गया है। ट्रेन में फायर अलार्म, स्मोक अलार्म सिस्टम एवं फायर एक्सटिंग्विशर की व्यवस्था भी होगी।