संभल । उत्तर प्रदेश के संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा को लेकर आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने सदन में चर्चा की मांग की है। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया है कि संभल में यह हिंदू-मुस्लिम दंगा नहीं है। यह मुसलमान और प्रशासन के बीच का झगड़ा है, जिसमें 5 लोगों की जान गई है। यह दंगा उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से प्रायोजित दंगा और हिंसा है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश का गरीब नौजवान बेरोजगार नौजवान जो दर-दर की ठोकर खाएगा नौकरी के लिए और अमित शाह का लड़का या बीजेपी के नेताओं का लड़का हो, वह दुबई के शेखों के साथ हजारों करोड़ का धंधा करेंगे। तुम धंधा करो हम धर्म के नाम पर झगड़ा करें, यह व्यवस्था नहीं चलेगी। इसको लेकर चर्चा चाहते हैं, इसलिए शून्यकाल का नोटिस दिया है। साथ ही संजय सिंह ने दिल्ली की कानून व्यवस्था पर भी सदन में चर्चा की मांग की है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में जिस तरह से गैंगवार हो रहा है, अपहरण की घटनाएं हो रही हैं, व्यापारियों को गोली मारकर उनसे वसूली की जा रही है, लड़की को गैंगरेप करके सड़कों पर घसीटा जा रहा है और मारा जा रहा है, जिस तरह से दिल्ली को अपराध की राजधानी बना दिया गया है जो कि देश की राजधानी है, जहां प्रधानमंत्री और गृह मंत्री रहते हैं, विदेश के राजदूत रहते हैं, ऐसे दिल्ली को अपने अपराध की राजधानी बना दिया है। आप सांसद ने कहा, मैं चाहता हूं कि देश के सदन में नियम 267 के तहत चर्चा हो। राज्य सरकार के हाथ में कानून व्यवस्था दी नहीं। आपने बीजेपी के हाथ में दिल्ली की कानून व्यवस्था रखी। दिल्ली में न महिलाएं सुरक्षित, न बुजुर्ग सुरक्षित, न नौजवान सुरक्षित और न व्यापारी सुरक्षित है। इसलिए हम चाहते हैं कि इस पर सदन में चर्चा हो। वहीं गौतम अदाणी के मामले पर संजय सिंह ने कहा, 2200 करोड रुपये के रिश्वत देने का आरोप, हिंदुस्तान में महंगी बिजली बेचने का आरोप। अगर यह आपको गंभीर आरोप नहीं लगता है तो इसे मैं बेशर्मी ही कह सकता हूं। इससे ज्यादा कुछ नहीं कह सकता। अडानी ग्रुप के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी है, यह भारत के लिए बहुत शर्म की बात है। भारत की बदनामी का सवाल है, इसलिए प्रधानमंत्री को सदन पर चर्चा करानी चाहिए।