राजीव शर्मा बने राजस्थान के DGP: 1991 बैच के IPS अधिकारी को मिली बड़ी जिम्मेदारी

राजस्थान पुलिस को नया मुखिया मिल गया है। 1991 बैच के IPS अधिकारी राजीव शर्मा को राज्य का अगला पुलिस महानिदेशक (DGP) नियुक्त किया गया है। गुरुवार, 3 जुलाई 2025 को शाम 5 बजे पुलिस मुख्यालय में राजीव शर्मा औपचारिक रूप से पदभार ग्रहण करेंगे।
बताते चलें कि राजीव शर्मा की नियुक्ति को न केवल प्रशासनिक, बल्कि सामाजिक और राजनीतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि शर्मा अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) समुदाय से आते हैं। इस नियुक्ति के जरिए सरकार ने एक बार फिर सामाजिक समीकरणों को साधने की रणनीति अपनाई है।
UPSC पैनल में शर्मा का नाम शीर्ष पर
राजस्थान में DGP के चयन के लिए केंद्रीय लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सात वरिष्ठ IPS अधिकारियों के नामों का पैनल तैयार किया था। इस पैनल में से तीन नामों की अंतिम सूची राजस्थान सरकार को भेजी गई, जिसमें राजीव शर्मा का नाम सबसे ऊपर था। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने उनके नाम पर अंतिम मुहर लगाई।
राजीव शर्मा की कार्यप्रणाली, पुलिसिंग में अनुभव, व्यवहार और नेतृत्व क्षमता उनके चयन के पक्ष में रही। उनके लंबे करियर में कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों को बखूबी निभाने का रिकॉर्ड रहा है।
OBC और दलित समीकरणों का संतुलन
राजीव शर्मा की नियुक्ति से पहले सरकार ने OBC और दलित समुदायों को प्रतिनिधित्व देने की रणनीति पर काम किया है। पूर्व DGP यूआर साहू OBC समुदाय से थे, उनके सेवानिवृत्त होने के बाद सरकार ने रवि प्रकाश मेहरडा को कार्यवाहक DGP नियुक्त किया था।
मेहरडा दलित समुदाय से आते हैं और उनकी नियुक्ति को दलित समाज के लिए एक सकारात्मक संदेश के रूप में देखा गया। हालांकि, स्थायी DGP के रूप में राजीव शर्मा की नियुक्ति के साथ सरकार ने एक बार फिर OBC समुदाय पर फोकस किया है। माना जा रहा है कि मेहरडा को जल्द ही किसी अन्य महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।
ACB में रह चुके हैं डीजी
बताते चलें कि राजीव शर्मा की छवि एक ईमानदार, अनुशासनप्रिय और जनता से जुड़ने वाले अफसर की रही है। उन्होंने बीकानेर और भरतपुर रेंज में बतौर आईजी और कई महत्वपूर्ण जिलों में एसपी के रूप में अपनी सेवाएं दी हैं। उन्होंने झालावाड़, दौसा, राजसमंद, जयपुर ट्रैफिक, भरतपुर और जयपुर जैसे संवेदनशील जिलों में कानून व्यवस्था को मजबूती दी है। वे इससे पहले राजस्थान के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के डीजी रह चुके हैं।