राजस्थान के झालावाड़ से बड़ी खबर सामने आई है. यहां सरकारी स्कूल की छत गिर जाने से उसमें कई छात्र दब गए. 4 छात्रों की मलबे में दबने से मौत हो गई. जबकि, 17 छात्रों के घायल होने की खबर है. अभी मौत और घायलों का आंकड़ा और ही बढ़ सकता है. फिलहाल, पुलिस के तमाम आला अधिकारी मौके पर हैं.

जेसीबी से मलबा हटाया जा रहा है. घायल बच्चों को मनोहर थाना सीएससी में लाया जा रहा है. राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने डीएम से बात कर मामले की जांच के आदेश दिए हैं. बताया जा रहा है कि भारी बारिश के चलते मनोहरथाना क्षेत्र के पीपलोदी गांव में राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल के पुराने भवन की छत अचानक भरभराकर गिरी है. छत गिरने से स्कूल में पढ़ रहे कई छात्र मलबे में दब गए.

क्या बताया गांव वालों ने?

स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, घटना के वक्त करीब पचास से भी ज्यादा छात्र कक्षा में मौजूद थे. जैसे ही छत गिरी, जोरदार आवाज सुनाई दी और चीख-पुकार मच गई. तुरंत ग्रामीण और शिक्षक मलबा हटाने में जुट गए. मौके पर मौजूद लोगों ने निजी साधनों से घायलों को मनोहरथाना के सीएचसी अस्पताल पहुंचाया. राहत और बचाव कार्य जारी है और कई बच्चों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है. प्रशासन ने घायल छात्रों को बेहतर इलाज देने के निर्देश दिए हैं, वहीं स्कूल भवन की जर्जर स्थिति पर सवाल उठने लगे हैं.

हादसे की तस्वीरें सामने आईं

हादसे के बाद की कुछ तस्वीरें भी सामने आई हैं. इसमें लोग मलबा हटाते दिखे. अभी कुल कितने बच्चे मलबे में दबे हैं इसकी पुख्ता जानकारी नहीं है. मगर गांव वालों की मानें तो 50 के करीब बच्चे मलबे में दबे थे. अभी भी बच्चों को निकाला जा रहा है. मौके पर एंबुलेंस बुलाई गई हैं. जेसीबी से पूरा मलबा हटाया जा रहा है.

इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का भी पोस्ट सामने आया है. उन्होंने हादसे पर शोक जताया. X पर लिखा- झालावाड़ के मनोहरथाना में एक सरकारी स्कूल की इमारत गिरने से कई बच्चों एवं शिक्षकों के हताहत होने की सूचना मिल रही है. मैं ईश्वर से कम से कम जनहानि एवं घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ देने की प्रार्थना करता हूं.