पेन कार्ड के साथ दुनियाभर में सबसे ज्यादा फर्जीवाड़ा
नई दिल्ली। भारत में पेन कार्ड हर टैक्सपेयर के लिए अनिवार्य है। दुनियाभर में 2024 में इस डॉक्यूमेंट के साथ सबसे ज्यादा फर्जीवाड़ा करने की कोशिश हुई। एक रिपोर्ट के मुताबिक, दुनियाभर के टैक्स डॉक्यूमेंट्स में से 27.1 फर्जीवाड़े पेन कार्ड के साथ किए गए।
अमेरिका की एक फर्म एंट्रस्ट की 2025 आइडेंटिटी फ्रॉड रिपोर्ट बताती है कि पेन कार्ड का फर्जीवाड़ा आसान ऑनलाइन टेम्पलेट्स की उपलब्धता की वजह से बढ़ा है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल खासकर कर्ज देने वाले प्लेटफॉर्म्स, बैंक और क्रिप्टो इंडस्ट्री में तेजी से बढ़ा है।
दुनियाभर में बढ़ रहा फर्जीवाड़ा
रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय पहचान पत्र, टैक्स आईडी, पासपोर्ट और ड्राइविंग लाइसेंस जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेज साइबर अपराधियों के निशाने पर हैं। भारत का पेन कार्ड इस लिस्ट में सबसे ऊपर है। वहीं अगर राष्ट्रीय पहचान पत्र की बात करें तो पाकिस्तान और बांग्लादेश के पहचान पत्र फर्जीवाड़े के मामले में टॉप पर रहे। तेजी से हो रही डिजिटलाइजेशन प्रक्रिया ने फर्जीवाड़े का तरीका भी बदल दिया है। अब पारंपरिक कागजी दस्तावेजों की बजाय डिजिटल डॉक्यूमेंट्स में फर्जीवाड़ा तेजी से बढ़ा है। पिछले साल के मुकाबले डिजिटल दस्तावेजों के साथ फर्जीवाड़े के मामलों में 244 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
जेनरेटिव एआई का दुरुपयोग
रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से दस्तावेजों की फर्जी पहचान बनाना अपराधियों के लिए आसान हो गया है। 2020 में जहां केवल 3.4 प्रतिशत फर्जीवाड़े एआई की मदद से किए जा रहे थे, वहीं 2024 में यह आंकड़ा 57.5 प्रतिशत तक पहुंच गया है।
आएगा पेन 2.0
इन बढ़ते फर्जीवाड़ों को देखते हुए भारत सरकार ने पेन कार्ड का एक नया और बेहतर संस्करण लॉन्च करने का ऐलान किया है। इसे पेन 2.0 नाम दिया गया है, जो डेटा सुरक्षा को और मजबूत बनाएगा। नए पेन कार्ड में डायनामिक यूआर कोड दिया जाएगा, जो यूजर की जानकारी को अपडेटेड रखेगा। इसके अलावा, सरकार पेन डेटा वॉल्ट की मदद से यूजर्स की व्यक्तिगत और जनसांख्यिकीय जानकारी को सुरक्षित करेगी। सरकार ने बताया कि यह नया सिस्टम ग्लोबल स्टैंडर्ड्स को फॉलो करेगा और टैक्सपेयर्स के रजिस्ट्रेशन को आसान बनाने के साथ-साथ आईएसओ सर्टिफिकेशन के तहत सुरक्षा, गुणवत्ता और सेवा प्रबंधन सुनिश्चित करेगा।
फर्जीवाड़ा रोकने की पहल
यह कदम डिजिटल इंडिया की सुरक्षा को बढ़ावा देने के साथ-साथ अपराधियों के मंसूबों पर रोक लगाने के लिए उठाया गया है। नई तकनीकों का इस्तेमाल करते हुए पेन 2.0 न केवल डेटा चोरी और छेड़छाड़ को रोकेगा, बल्कि डिजिटल दस्तावेजों की बढ़ती चुनौती का भी जवाब देगा।