चित्रकूट को विश्व-स्तरीय पहचान दिलाने के लिये बनायें योजना
भोपाल : नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने आज मंत्रालय पहुँचकर पूजा-अर्चना कर कार्यभार ग्रहण किया। इस मौके पर नगरीय विकास एवं आवास राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी भी मौजूद थीं।
चित्रकूट को मिले विश्व-स्तरीय पहचान
नगरीय विकास मंत्री विजयवर्गीय ने विभागीय अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि सतना जिले में स्थित चित्रकूट को विश्व-स्तरीय पहचान दिलाई जायेगी। इसके लिये उन्होंने अधिकारियों को योजना बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि धार्मिक ग्रंथों में चित्रकूट का महत्वपूर्ण स्थान है। वहाँ नागरिकों की सुविधा के लिये घाट सौंदर्यीकरण के साथ सफाई की ओर भी विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने मंदाकिनी नदी की सफाई के लिये विशेष अभियान चलाये जाने के भी निर्देश दिये। मंत्री विजयवर्गीय ने कहा कि नगरीय निकायों के अंतर्गत आने वाले धार्मिक स्थानों का चयन कर वहाँ पर्यटन सुविधा बढ़ाने के लिये ठोस प्रयास करने होंगे। इसके लिये राज्य सरकार से पर्याप्त बजट राशि प्राप्त की जायेगी।
योजनाओं में लंबित राशि प्राप्त करें
नगरीय विकास मंत्री विजयवर्गीय ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि केन्द्र से मिलने वाली राशि के लिये पत्र तैयार करें। इसके लिये नई दिल्ली में उच्च स्तर पर प्रयास किये जायेंगे। इसी तरह राज्य स्तर पर योजना पर राशि प्राप्त करने के लिये वित्त विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की जायेगी।
नगरीय निकायों को बनायें आत्म-निर्भर
नगरीय विकास मंत्री विजयवर्गीय ने प्रदेश के स्थानीय निकायों को आर्थिक रूप से आत्म-निर्भर बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि निकायों में कार्यरत अमले को प्रशिक्षण देने की व्यवस्था करें। निकायों में आमदनी बढ़ाने के स्रोत ढूँढें। किसी भी निकाय में बजट की कमी के कारण नागरिकों को बुनियादी सुविधाओं से वंचित न होना पड़े। यदि किसी नगरीय निकाय में पानी, बिजली और सड़क जैसी आधारभूत सुविधाएँ नहीं मिल पाती हैं, तो इससे राज्य सरकार की छवि खराब होती है। विभाग के अधिकारियों को इस बात की चिंता कर अपनी कार्य-प्रणाली में सुधार लाना होगा। नगरीय विकास आयुक्त भरत यादव ने बैठक में विभिन्न योजनाओं में उपलब्ध बजट राशि से मंत्री विजयवर्गीय को अवगत कराया।