गंगा उफान पर, घाट व मंदिर डूबे, छतों पर हो रहे अंतिम संस्कार
वाराणसी। लगातार बारिश के चलते गंगा नदी का जलस्तर दिन ब दिन बढ़ता ही जा रहा है और उसके उफान में तेजी आ रही है। शनिवार तक 80 सेमी पानी बढ़ गया था। महज तीन दिनों चार मीटर से ज्यादा बढ़ चुका पानी गंगा तट के सभी घाट व मंदिर पानी में डूब गए हैं। हरिश्चंद्र घाट की गलियों व मणिकर्णिका घाट की छत पर अंतिम संस्कार हो रहे हैं। आरती स्थल बदल दिया गया है।
असि घाट की गली में तो दशाश्वमेध घाट पर गंगा सेवा निधि की छत पर आरती शुरू कर दी गई है। गंगा नदी छठीं बार उफान पर आई गई है। गंगा के जलस्तर में पिछले सप्ताह से गिरावट आई थी। घटते-घटते यह मंगलवार सुबह तक 64.69 मीटर तक पहुंच गया था। इसके बाद घटाव रुक गया और फिर इसमें स्थिरता आ गई थी।
गंगा का जलस्तर बढ़ने के साथ ही जल पुलिस और एनडीआरएफ सतर्क हो गई है। बाढ़ चौकियों को सक्रिय कर दिया गया है। सुरक्षा टीमें निगरानी कर रही हैं। घाटों पर स्नान करने वाले लोगों को सतर्क किया जा रहा है। गंगा का जलस्तर बनने के साथ ही गंगा का बहाव भी तेज हो गया है।
गंगा नदी में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए विकास खंड चिरईगांव के गंगा व सोता के तटवर्ती गांव सिंहवार, बभनपुरा, चांदपुर, मुस्तफाबाद, छितौना, छितौनी, मिश्रपुरा, सरसौल, गंगापुर, देवरिया सहित ढाब क्षेत्र के मोकलपुर, गोबरहां, रामचंदीपुर और मुस्तफाबाद रेता, रामपुर के लोग सहमे हैं। पानी का बढ़ाव इस बार हर बार से तेज होने से जल्द ही चेतावनी बिंदु पार कर जाने की संभावना जताई जा रही है। गंगा के जलस्तर में तेजी से वृद्धि को देखते हुए प्रशासन ने एडवाइजरी जारी की है। बाढ़ संबंधी किसी भी समस्या के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं। 0542-2508550, 0542-2504170, और 91400371374 पर संपर्क किया जा सकता है।