गोपी यादव पर गोलीबारी, सीतापुर में बदमाशों ने पूर्व प्रधान को किया घायल
सीतापुर में 48 घंटे के अंदर दूसरी बड़ी वारदात से जिले में हड़कंप मच गया है. यहां पूर्व प्रधान गोपी यादव को दबंगों ने गोली मार दी. जिसके बाद घायल पूर्व प्रधान को जिला अस्पताल से इलाज के लिए लखनऊ रेफर किया गया है. बता दें कि यह वारदात रामकोट थाना क्ष्रेत्र की है, जहां पूर्व प्रधान गोपी यादव शहर से काम निपटाकर शाम के समय घर जा रहे थे. बबुरी गांव के पास बदमाशों ने घटना को अंजाम दिया. दरअसल जिले में एक बार फिर हुए गोलीकांड ने पूरे क्षेत्र को दहला दिया है. पत्रकार की हत्या का मामला अभी तूल पकड़ रहा है, इसी बीच रामकोट थाना क्षेत्र के जैतीखेड़ा गांव के पूर्व प्रधान और अधिवक्ता के मुंशी गोपी यादव पर हमलावरों ने घात लगाकर जानलेवा हमला किया है.
गोपी यादव पर ताबड़तोड़ फायरिंग
बता दें कि हमलावरों ने गोपी यादव पर ताबड़तोड़ फायरिंग उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया. पूर्व प्रधान को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां हालत गंभीर देख डॉक्टरों ने उन्हें लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया. घटना के पीछे चुनावी रंजिश को लेकर गोली मारने की बात सामने आ रही है. प्रत्यक्षदर्शी ने वर्तमान प्रधान पर हमला किए जाने का आरोप लगाया है.
घात लगाए हमलावरों ने चलाईं गोलियां
जैतीखेड़ा के रहने वाले पूर्व प्रधान गोपी यादव, सपा नेता और अधिवक्ता शमीम कौसर सिद्दीकी के मुंशी के तौर पर भी काम करते हैं. वह सोमवार शाम को कोर्ट का काम निपटाने के बाद अपने एक साथी सर्वेश के साथ अलग-अलग बाइक से घर जा रहे थे. जब पूर्व प्रधान गोपी यादव बुरी गांव के पास से गुजर रहे थे, तभी पहले से घात लगाए हमलावरों ने घेर कर गोलियां चला दीं. ताबड़तोड़ फायरिंग में पांच गोलियां पूर्व प्रधान के शरीर में जा लगी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए. हमला करने के बाद हमलावर बाइक से भाग गए.
वर्तमान प्रधान पर आरोप
बताया जा रहा है कि गोलियों की आवाज सुनकर गोपी यादव का साथी सर्वेश घटना स्थल पर पहुंचा. यहां गोपी यादव खून से लथपथ सड़क पर पड़े थे. सर्वेश ने तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दी. स्थानीय लोगों ने घायल गोपी को जिला अस्पताल पहुंचाया. यहां पीड़ित के परिजनों ने वर्तमान प्रधान सिमरन सरदार और अन्य लोगों पर हमले का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि यह हमला प्रधानी चुनाव की रंजिश के कारण किया गया है. वहीं घटना की जानकारी मिलते ही कई अधिवक्ता जिला अस्पताल पहुंचे. उन्होंने जिले की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं.