जबलपुर में इलाज न मिलने से एक मां अपने 5 साल के बीमार बेटे खो दिया घटना जबलपुर जिले के बरगी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की है। मृत बच्चे के परिजन का कहना है कि बच्चे को उल्टी-दस्त की शिकायत होने पर बुधवार सुबह 10 बजे अस्पताल ले जाया गया। यहां डॉक्टर नहीं मिले। परिजनों ने बच्चे की मौत के लिए अस्पताल प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया है।मामले में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने बताया कि उन्होंने कलेक्टर से फोन पर बात कर जांच के निर्देश दिए हैं और रिपोर्ट मांगी है। दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।

सीएमएचओ जबलपुर दफ्तर से मिली जानकारी के अनुसार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बरगी में डॉ. लोकेश की ड्यूटी थी। वह बुधवार को अस्पताल में दोपहर 12 बजे पहुंचे। जबकि अस्पताल की ओपीडी सुबह 9 बजे शुरू होकर शाम 4 बजे खत्म होती है। सूत्रों के मुताबिक डॉ. लोकेश ने अपने सीनियर्स को बताया कि परिवार में एक धार्मिक कार्यक्रम के कारण वे ड्यूटी पर देरी से पहुंचे थे।

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस घटना की तस्वीर के साथ ट्वीट किया- मध्यप्रदेश के जबलपुर के बरगी की यह तस्वीरें बेहद हृदय विदारक है। एक मासूम बालक स्वास्थ्य केन्द्र के बाहर अपनी मां की गोद में तड़प-तड़पकर दम तोड़ देता है क्योंकि ना उसे डॉक्टर मिल पाया, ना इलाज मिल पाया।