दुर्ग | छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मंगलवार को गौरा-गौरी की पूजा के लिए दुर्ग जिले के पाटन पहुंचे। वहां उन्होंने पूजन कर प्रदेश वासियों की सुख-समृद्धि की कामना की। फिर अपने हाथों पर सोंटे की मार खाई। बीरेंद्र ठाकुर ने मुख्यमंत्री बघेल के हाथों पर परंपरा अनुसार सोंटे से प्रहार किया। मान्यता है कि गौरा-गौरी पूजा के मौके पर सोंटे से प्रहार से अनिष्ट टलते हैं और खुशहाली आती है।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल हर साल इस लोक अनुष्ठान में हिस्सा लेते हैं।

दिवाली की परंपरा निभाने पहुंचे जजंगिरी और कुम्हारी
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल हर साल की तरह इस बार भी दिवाली की परंपरा निभाने पाटन ब्लाक के ग्राम जजंगिरी और कुम्हारी पहुंचे। जजंगिरी पहुंचकर मुख्यमंत्री भूपेश ने लोगों को दीपावली की शुभकामनाएं दी। कहा कि दीप पर्व आप लोगों के जीवन को इसी तरह जगमग करता रहे। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि हर बार आप लोगों के बीच आकर मुझे बहुत खुशी महसूस होती है और दिवाली का आनंद आप लोगों के साथ साझा कर मन बहुत खुश हो जाता है।

गांव की गलियों में पैदल घूमे
इसके बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कुम्हारी में भी गौरा-गौरी पूजा में शामिल हुए। यहां पर भी मुख्यमंत्री ने लोगों को दिवाली की बधाई देते हुए उनके सुख-समृद्धि की कामना की। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि दिवाली के मौके पर लोक परंपरा का आनंद लेना बहुत सुख देता है। आप लोगों के बीच हर बार आता हूं, मुझे बहुत खुशी होती है। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर गौरा-गौरी की पूजा के साथ नगर भ्रमण भी किया। वहीं गांव की गलियों में पैदल घूम-घूम कर लोगों से मिले और शुभकामनाएं दी।

गड़वा बाजा की ध्वनि पर लोगों ने किया डांस
इस अवसर पर मुख्यमंत्री बघेल ने अपने हाथों पर हर साल की तरह सोंटे से प्रहार सहा। वहीं गड़वा बाजा की सुमधुर ध्वनि के साथ कुम्हारी नगर लोक परंपरा और लोक जीवन दिखाई दिया। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग गांव की गलियों में उमड़ पड़े। उत्साह से भरे चेहरे, पूजन अवसर पर नृत्य करते दिखाई दिए।