समाजवादियों ने स्थापित किया ‘संविधान मान स्तंभ’
बस्ती । समाजवादी पार्टी द्वारा शुक्रवार को आरक्षण अधिकार दिवस के मौके पर पार्टी कार्यालय में प्रदेश नेतृत्व के दिशा निर्देश के अनुरूप ‘संविधान मान स्तंभ’ स्थापित किया गया। सपा के जिला उपाध्यक्ष जावेद पिण्डारी की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में सपा विधायक राजेन्द्र चौधरी, कविन्द्र चौधरी अतुल, पूर्व विधायक राजमणि पाण्डेय आदि ने ‘संविधान मान स्तंभ’ स्थापना के उद्देश्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला।
वक्ताओं ने कहा कि आरक्षण की संकल्पना महात्मा ज्योतिराव फुले की है। ज्योतिराव फुले का उद्देश्य सभी को संख्या के अनुपात में आरक्षण देना था। 26 जुलाई सन 1902 को राजर्षि छत्रपति शाहूजी महाराज ने अपने संस्थान में आरक्षण का अमल शुरू किया। बाबा साहब ने आरक्षण को संवैधानिक दर्जा 26 जनवरी 1950 को दिया। उनका उद्देश्य हजारों सालों से जिनको संख्या के अनुपात में प्रतिनिधित्व नहीं था, उनको आरक्षण देना था अर्थात बहुजन समाज को राजनीतिक जमात बनाने के लिए उनमें से ही प्रशासक वर्ग निर्माण करना था। इसमें महात्मा ज्योतिराव फुले का अधूरा काम राजर्षि छत्रपति शाहूजी महाराज ने अपने करवीर अर्थात कोल्हापूर संस्थान में पूरा किया और महात्मा ज्योतिराव फुले और राजर्षि छत्रपति शाहूजी महाराज का अधूरा काम बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी ने भारतीय संविधान में आरक्षण की व्यवस्था करके पूरा किया। संविधान के मूल उद्देश्यों की रक्षा के लिये समाजवादी पार्टी अपना संघर्ष जारी रखेगी।
सपा विधायक राजेन्द्र चौधरी, कविन्द्र चौधरी अतुल, पूर्व विधायक राजमणि पाण्डेय, मो. स्वालेह, समीर चौधरी, अजय यादव, रहमान सिद्दीकी, रन बहादुर यादव, हृदयराम यादव, रजनीश यादव, विपिन त्रिपाठी, राम सिंह यादव आदि ने ‘संविधान मान स्तंभ’ स्थापित करने के बाद कहा कि यह सरकार युवकों को नौकरियां भी सिर्फ इसलिए नहीं दे रही है जिससे कहीं आरक्षण न देना पड़ जाए और दलित, पिछड़े वंचितों को उनका हक न मिल पाए। समाजवादी पार्टी सामाजिक न्याय के लिए प्रतिबद्ध है। पार्टी का मानता है कि नीति के आधार पर गणना ताकि समानुपातिक आधार पर सबको सम्मान बार हक अमिल हो सके। डॉ० राममनोहर लोहिया ने सबके विकास के लिए पिछड़ों को विशेष अवसर दिए जाने की मांग उठाया था। हम सब लामबंद होकर नफरत का खेल खेलने वालों को सफल नहीं होने देंगे। सपा प्रमुख अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी का वैचारिक संघर्ष जारी रहेगा। समाजवादी लोग पीडीए की लडाई अनवरत जारी रखेंगे।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से अरविन्द यादव, फौजदार यादव, ज्ञानचन्द्र चौधरी, इन्द्रावती शुक्ल, बबिता गौतम, शकुन्तला चौरसिया, युनुस आलम, लोकेेश यादव, विकास यादव, प्रशान्त यादव, भोला पाण्डेय, मो0 सलीम, रामचन्द्र यादव, राजेन्द्र यादव, तूफानी यादव, गौरीशंकर यादव, पवन यादव, राहुल सोनकर, गिरीश चन्द्र, दाउद खान के साथ ही पार्टी के अनेक पदाधिकारी शामिल रहे।