चंडीगढ़, दिल्ली, हरियाणा और यूपी में विजिलेंस के छापे, मजीठिया पर शिकंजा कसने की तैयारी
चंडीगढ़। आय से अधिक संपत्ति मामले में आरोपित बिक्रम सिंह मजीठिया की मुश्किलें लगातार बढ़ रही है। इस मामले में मंगलवार को विजिलेंस ब्यूरों की टीम ने अलग अलग राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में छापेमारी की। विजिलेंस की टीमें एक ही समय पर चंडीगढ़, दिल्ली, हरियाणा, यूपी, हिमाचल में पहुंची और अपनी जांच शुरू की। इन में से विजिलेंस की एक टीम बिक्रम मजीठिया को लेकर अमृतसर के मजीठा लेकर गई। एक टीम ने मजीठिया के चंडीगढ़ स्थित आवास पर पहुंची।
उधर इस मामले में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की ओर से मामले से संबंधित रिकॉर्ड विजिलेंस से मांगा गया है। एनसीबी की ओर से यह रिकार्ड इस लिए मांगा गया है क्योंकि यह मामला ड्रग्स से संबंधित है। इस लिए इस संबंधी रिकार्ड मांगा जा रहा है। अन्य जांच एजेंसियां भी इस मामले पर निगाह रख रही है। वहीं आम आदमी पार्टी ने एनसीबी की ओर से केस संबंधी रिकॉर्ड मांगें जाने पर सवाल उठाए है।
इस मामले में विजिलेंस अब तक छह लोगों के बयान दर्ज कर चुकी है। जिन में पूर्व डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोउपाध्याय, ईडी के डिप्टी डायरेक्टर निरंजन सिंह, पूर्व विधायक बौनी अजनाला, ड्रग्स केस से संबंधित बिट्टू औलख, जगजीत सिंह चाहल ने अपने बयान दर्ज करवाए है। विजिलेंस की ओर से इस मामले में आरोपित बर्खास्त डीएसपी जगदीश सिंह भोला के बयान लिए जाने है। ध्यान रहे कि भोला ने ही सबसे पहले ड्रग्स मामले में मजीठिया का नाम लिया था।
उधर मजीठिया के वकील ने इंटरनेट मीडिया अकाउंट एक्स पर एक पोस्ट डाली है। इस में मजीठिया के वकील धर्मवीर सिंह सोबती के हवाले से लिखा है कि मेरा खुला चैलेंज डीजीपी पंजाब, विजिलेंस चीफ, पंजाब एजी को एक भी छोटी से छोटी एनडीपीसीएस की धारा लगाकर दिखाओ। वहीं उस पोस्ट में एक वीडियो मजीठिया की गिरफ्तारी के समय का है। जबकि दूसरे में एडवोकेट एक चैनल को इंटरव्यू दे रहे है।
बुधवार को बिक्रम मजीठिया को अदालत में पेश किया जाएगा। इससे पहले अदालत ने उन्हें सात दिन के विजिलेंस रिमांड पर भेज दिया था। मजीठिया के खिलाफ 25 जून को मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद 26 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस मामले में लगातार विजिलेंस छापेमारी कर रही है और केस से जुडे़ लोगों व पूर्व अधिकारियों के बयान दर्ज कर रही है।