मध्य प्रदेश में बनेगा 8 लेन का रेलवे ओवरब्रिज, 48.82 करोड़ रुपये आएगी लागत
इंदौर: एमआर-10 का रेलवे ओवर ब्रिज 4 की जगह 8 लेन का होगा। इससे सिंहस्थ से पहले रूट पर बोटल नेक की स्थिति खत्म हो जाएगी। 48.82 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले ओवर ब्रिज के लिए आईडीए ने टेंडर जारी कर दिया है। ठेकेदार कंपनी को वर्ष 2026 तक काम पूरा करना होगा। सिंहस्थ 2028 को लेकर इंदौर में तैयारियां शुरू हो गई हैं। उज्जैन की ओर जाने वाले महत्वपूर्ण मार्ग एमआर-10 पर बने रेलवे ओवर ब्रिज पर बोटल नेक की स्थिति है, क्योंकि यहां रेलवे ओवर ब्रिज 4 लेन का है, जबकि बाकी सड़क 8 लेन की है।
आईडीए ने यहां 8 लेन बनाने का प्रस्ताव रेलवे को भेजा था, जिसे हाल ही में रेलवे ने मंजूरी दे दी है। आईडीए 15 दिन में ठेकेदार कंपनी का चयन कर लेगा। ठेकेदार कंपनी 18 महीने में काम पूरा करेगी। एमआर-10 रोड विजय नगर समेत शहर के पूर्वी क्षेत्र को एयरपोर्ट और उज्जैन रोड से जोड़ने में महत्वपूर्ण है। यहां नियमित रूप से 50 हजार से अधिक वाहन आते-जाते हैं। दो दशक पहले आईडीए ने रेलवे ओवर ब्रिज बनाया था और 17 साल तक टोल लिया गया।
उत्तरी हिस्से में बनेगा ब्रिज
एमआर-10 के दक्षिणी हिस्से में मेट्रो ट्रेन ट्रैक और स्टेशन बनाया गया है। उत्तरी हिस्से में 8 लेन का रेलवे ओवर ब्रिज बनेगा। यानी यह लवकुश चौराहे से विजय नगर आने वाली सड़क के बाईं ओर होगा। मौजूदा रूट लवकुश चौराहे की ओर जाएगा।
27 लाख रुपए की फीस जमा
रेलवे ट्रैक के ऊपर ब्रिज बनाने में मुश्किल काम रेलवे से मंजूरी मिलना है। कुछ महीने पहले आईडीए ने 27 लाख रुपए की फीस जमा की थी। इस पर रेलवे ने जनरल अरेंजमेंट ड्राइंग को मंजूरी दे दी। इसकी लंबाई 713.5 मीटर, चौड़ाई 14.50 मीटर और रेलवे के ऊपर का हिस्सा 18 मीटर होगा। रेलवे के ऊपर का हिस्सा रेलवे ने ही बनाया है।
एमआर-10 का रेलवे ओवर ब्रिज 8 लेन का बनाया जा रहा है। मौजूदा चार लेन ओवर ब्रिज के साथ 4 और लेन बनाई जाएंगी। इसका टेंडर जारी हो चुका है। ठेकेदार कंपनी को 2026 के अंत तक काम पूरा करना होगा। -आरपी अहिरवार, सीईओ, आईडीए