खाटूश्याम जी मंदिर की महिमा, चिट्ठी भेजकर पूरी होती हैं मन्नतें
विश्व प्रसिद्ध खाटूश्याम जी मंदिर की महिमा दिनो दिन बढ़ती जा रही है. यहां बाबा श्याम के दरबार में दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और हरियाणा सहित देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं. यहां आने वाले लाखों श्रद्धालु बाबा श्याम के दरबार में मन्नतें मांगने आते हैं. इन्होंने हारे का सहारा कहा है. खाटूश्याम जी मंदिर एक अनूठी परंपरा है.
जिसमें भक्त चिट्ठी लिखकर बाबा तक अपनी मनोकामनाएं पहुंच जाते हैं. मान्यता है कि ऐसा करने से बाबा श्याम भक्तों की मन्नत जरूर पूरी करते हैं. खाटूश्याम जी मंदिर में प्रसाद के साथ भक्तों के लिए चिट्ठी रखने के पात्र भी बनाए हुए हैं. जिसमें भक्त चिट्ठी रखकर बाबा श्याम तक अपनी मनोकामनाएं पहुंच सकते हो.
क्या है चिट्ठी भेजने की विधि
बाबा श्याम के भजन गाकर चंद्रप्रकाश ने बताया बाबा श्याम तक छुट्टी पहुंचने से पहले एक विधि का पालन होता है जिसमें पहले भक्त सफेद या पीले कागज पर अपनी मनोकामना साफ-साफ लिखी जाती है. चिट्ठी में केवल मूल इच्छा ही लिखी जाती है. इसके बाद मंदिर जाने से पहले या किसी हाथ से पहुंचाने से पहले रात को इसे घर के मंदिर में रख दे. इसके बाद चिट्ठी को खाटूश्याम मंदिर में जाकर पत्र बॉक्स में डाल दे या पुजारियों को सौंप दे. चिट्ठी देने के बाद भक्त प्रसाद अर्पित करते हैं और आरती में शामिल होते हैं.
क्या होता है चिट्ठी भेजने के बाद
बाबा श्याम के भजन गाकर चंद्रप्रकाश ने बताया कि मान्यता है कि बाबा श्याम हर भक्त की चिट्ठी पढ़ते हैं उनकी मनोकामना पूरी करते हैं. कई भक्तों का दावा है कि उनकी समस्याए चमत्कारिक ढंग से हल हो गई है. कुछ भक्त मन्नत पूरी होने पर मंदिर में छत्र या श्याम निशान भी चढ़ाते हैं. यहीं, कारण है कि खाटूश्याम जी मंदिर में पद यात्रियों की संख्या सबसे अधिक रहती है. ऐसे में अगर आपकी भी कोई समस्या है या इच्छा है जो पूरी नहीं हो रही है तो आप खाटूश्याम जी मंदिर में जा सकते हैं या अपनी चिट्ठी भेज सकते हैं.