दिल्ली से सटे फरीदाबाद में बुधवार को एक घर के बेडरूम में अचानक से गाय और सांड घुस आए. उन्हें देख वहां मौजूद महिला इतना डर गई कि उसने खुद को अलमारी में बंद कर दिया. घर पर उस वक्त कोई नहीं था. फिर जैसे ही महिला की सास घर वापस लौटी तो देखा कि कमरे में दो पशु बेड पर चढ़े हुए हैं. सास ने यह देखते की शोर मचाना शुरू कर दिया. शोर सुनकर आस-पास के लोग भी वहां आ पहुंचे.

पशुओं को भगाने के लिए उन पर पानी फेंका गया और पटाखे चलाए गए. लेकिन फिर भी वो बाहर नहीं निकले. इसके बाद वहां कुत्ते लाए गए. कुत्तों ने भौंकना शुरू किया तो पशु बाहर निकल गए. तब जाकर सभी ने राहत की सांस ली. बाद में फिर महिला भी अलमारी से बाहर निकली. वो दो घंटे तक अलमारी में बंद थी.

मामला फरीदाबाद की डबुआ कॉलोनी का है. यहां राकेश साहू अपनी मां, पत्नी और बच्चों के साथ रहते हैं. इस समय बच्चे रिश्तेदार के यहां गए हुए हैं. बुधवार को सुबह राकेश की माता जी किसी काम से घर से बाहर गई थी, घर का दरवाजा खुला रह गया. राकेश की पत्नी पूजा कर रही थी तभी गाय उनके घर में घुस गई . गाय के पीछे ही एक सांड भी आ गया. दोनों पशु बेडरूम तक पहुंच गए और बिस्तर पर चढ़ गए. डर के मारे राकेश की पत्नी ने खुद को अलमारी में बंद कर लिया. कुछ देर बाद जब राकेश की मां लौटीं तो उन्होंने देखा कि घर में पशु घुसे हुए हैं. जिसके बाद उन्होंने आसपास के लोगों को इसकी जानकारी दी.

सभी लोग इकट्ठा होकर दोनों पशुओं को निकालने के लिए प्रयास करने लगे, लेकिन इतनी भीड़ देखकर पशु घर से बाहर नहीं निकल रहे थे. इसके बाद उन पर पानी डालने से लेकर पटाखे चलाने तक की सभी तरकीब अपनाई गई, लेकिन पशु बाहर नहीं निकले.

ऐसे बाहर निकले दोनों पशु
दूसरी तरफ राकेश की पत्नी जो कि खुद को अलमारी में बंद किए हुए थी वह भी बेहद परेशान हो गई. जब कोई तरीका काम नहीं आया तब एक पड़ोसी अपने पालतू कुत्ते को लेकर वहां पहुंचा और जब कुत्ते ने भौंकना शुरू कर तो एक-एक कर दोनों पशु घर से बाहर निकल गए.

सांड ने मारी थी टक्कर
कुछ दिन पहले नगर निगम के पूर्व कर्मचारी को सांड ने टक्कर मारी थी, जिसके चलते उनके सिर पर चोट लगी और कई दिन तक उपचाराधीन रहने के बाद उनकी मौत हो गई. जनवरी में पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने भी नगर निगम फरीदाबाद को आदेश दिया था कि अगले 30 दिनों में शहर को आवारा पशुओं से मुक्त किया जाए, लेकिन नगर निगम अधिकारियों पर इसका कोई असर नहीं हुआ.