नाथ संप्रदाय के राष्ट्रीय अध्यक्ष, गोरक्ष पीठाधीश्वर और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को आगरा के राजा मंडी स्थित 500 साल पुराने दरिया नाथ मंदिर में आयोजित शंखाढाल कार्यक्रम में शामिल होंगे. इस कार्यक्रम का आयोजन ब्रह्मलीन महंत सिद्धनाथ जी की स्मृति में किया जा रहा है, जो वर्ष 2000 से 2013 तक दरिया नाथ पीठ के पीठाधीश्वर रहे थे.

क्या होता है शंखाढाल कार्यक्रम
नाथ संप्रदाय में जब किसी उपदेशी महंत या साधु का देहावसान होता है, तो उनकी स्मृति में शंखाढाल कार्यक्रम किया जाता है. इसे हिंदू समाज में होने वाली बरसी की तरह माना जाता है. इस अवसर पर देशभर से नाथ संप्रदाय के साधु-संत एकत्रित होते हैं, विशेष पूजा-अर्चना होती है और भंडारे का आयोजन किया जाता है.

शाही रथ पर होगा स्वागत
शंखाढाल कार्यक्रम के तहत मंगलवार से ही संतों का समागम शुरू हो गया था. इस दौरान देश के प्रसिद्ध महंत शाही बग्गी में सवार होकर दरियानाथ मंदिर पहुचेंगे. बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का स्वागत भी भव्य तरीके से किया जाएगा. वे बुधवार दोपहर लागभग 12:00 बजे दरिया नाथ मंदिर पहुंचेंगे, जहां उनकी अगवानी शाही रथ पर सवार होकर की जाएगी. इस दौरान शंख, नगाड़ों और बैंड-बाजे के साथ पारंपरिक तरीके से उनका स्वागत किया जाएगा.

नाथ संप्रदाय की विधि से करेंगे पूजा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंदिर में पहुंचकर नाथ संप्रदाय की रीति-नीति के अनुसार पूजा-पाठ करेंगे. इसके बाद वे जीआईसी मैदान में आयोजित कार्यक्रम “सुशासन मेरा संकल्प” में भी शामिल होंगे, जहां वे अपनी सरकार के 8 साल पूरे होने पर प्रदेश की विभिन्न योजनाओं का प्रचार-प्रसार करेंगे.